8 वर्षीय नन्हीं इशिता बनी एक दिन की मेयर, बजह जानकार आप होंगे हैरान

जयपुर : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, 8 साल की नन्हीं इशिता बनीं एक दिन की मेयर, जी हाँ राजस्थान की राजधानी जयपुर हेरिटेज सिटी कॉर्पोरेशन की मेयर बनी। इशिता मेयर मुनेश गुर्जर के वार्ड में एक ब्यक्ति की बेटी है। इशिता एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है। उनके चिकित्सा और शिक्षा का खर्च महापौर मुनेश गुर्जर द्वारा वहन कर रहे है।

एक दिन, मुनेश गुर्जर रामराजपुरा कॉलोनी का निरीक्षण करने गये थे। अनुसूचित जाति के निवासी बनबारी लाल से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि उनकी 8 वर्षीय बेटी एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी। वित्तीय समस्याओं के कारण, वह अपनी बेटी का इलाज करने में असमर्थ है। एक असहाय पिता की पीड़ा सुनकर, मुनेश ने गुर्जर की मानवता का परिचय दिया और इशिता को अपनाने का फैसला किया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, मुनेश गुर्जर ने सभी को शुभकामनाएं दीं और हर सक्षम परिवार से अपील की कि वे किसी भी जरूरतमंद या असहाय परिवार की मदद करने के लिए दृढ़ संकल्पित हों और अपने जीवन को संवारें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा के तहत, उन्होंने इशिता को गोद लिया था और इशिता के जीवन की सभी जिम्मेदारियों को वहन करेंगे।

महिला दिवस पर, इशिता एक दिन के लिए क्षेत्र की मेयर बनी। इशिता महापौर की कुर्सी पर बैठकर बहुत खुश थी। उन्हें कई उपहार भी दिए गए। इशिता ने इस अवसर पर महिलाओं और पुलिस अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं। 8 साल की इशिता के लिए ये बहुत अजीब था। यह सब उसके लिए एक सपने जैसा था।

इस अवसर पर, मुनेश गुर्जर ने घोषणा की कि वह हर दिन आधे घंटे महिलाओं की समस्याओं को सुनेंगे और उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उसने कहा कि वह खुद एक महिला थी, इसलिए उसके सम्मान में, वह केवल महिलाओं के मुद्दों को हर दिन 3 से 3:30 बजे तक जथा सम्भब सुनने को प्रयास करेंगे।

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