क्या आप भी कर रहे हैं इस बस्तु का इस्तमाल तो हो जाइये साबधान, FDA ने दिए है ये संकेत

जानिए FDA ने क्या संकेत दिए है-

अभी पुरे संसार में कोरोना टाइम चल रहा है और कोरोना से बचने के लिए लोग तरह तरह के नुस्के आजमा रहे हैं बिना डॉक्टर के परामर्श से ही । ऍफ़ एस एस ए ने बताया की विटामिन सी हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है लेकिन अब एक और नयी बात सामने आयी है की अगर इसकी ज़्यादा खुराक हम लेते हैं तो ज़रा सतर्क हो जाइये ऍफ़ डी ए (FDA) उन कंपनी के खिलाफ अब कार्यवाही कर रही है जो विटामिन सी की हाई डोज़ बेच रही है,उसका दावा है की कुछ फर्म्स 1000mg की गोली बना रही है जबकि उन सभी फर्म्स को 500mg की गोली बनाने की इज़ाज़त है ऍफ़ डी ए के उच्चाधिकारी ने बताया की विटामिन सी की हाई डोज़ लेने से लोगो के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पद सकते हैं । ऐसी वजह से हम उन कम्पनियो पर कार्यवाही करंगे ।

अधिकारी ने बताया की जनता बिना डॉक्टर के मशवरे के ही दोस्तों और रिश्तेदारों के कहने पर ये दवाइयां खरीद रही है कोरोना होने के बाद से ही डॉक्टर्स लोग भी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की सलहा दे रहे हैं उसके लिए विटामिन सी गोली अच्छा उअपये हैं उससे से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है यही वजह है । की बाजार में विटामिन सी की दवाई की मांग में तेज़ी आयी है और ऐसी मांग की वजह से दवाईयों की कम्पनियो ने ये दवाईयों के प्रोडक्शन में इज़ाफ़ा किया है । आयी सी ऍम आर ने विटामिन सी की दवाई के लिए 40 mg हर रोज़ के हिसाब से अपना आर डी ए निर्धारित किया फिर भी बहुत सारी फर्म्स 1000 mg की गोली बना रही है और लोग उसकी तादाद जाने बिना ही खरीद भी रहे हैं।

डॉक्टर्स का कहना हैं की अमूमन हम महिलाओ को 90 mg और पुरुषो को 100 mg हर रोज़ विटामिन सी लेने की सलहा देते हैं अभी के कोरोना टाइम में 500 mg से ज़्यादा विटामिन सी देने की जरूरत नहीं होती हैं । 1000 mg की दवा लेना कुछ दिन तो ठीक होता है उसके बाद वो अलग अलग व्यक्ति पर निर्भर करता हैं कई डॉक्टर्स का तो ये भी कहना है की 100 mg प्रतिदिन के लिए पर्याप्त होता है । विटामिन सी की दवाई पानी में घुलनशील है इसलिए वैसे तो वो हानिकारक नहीं होती हैं लेकिन इसकी 1000 mg की प्रतिदिन जरूरत नहीं होती है । ये बहुत ज़्यादा उच्च खुराक हो जाती है लोगो को किसी अच्छी कंपनी की 100 mg की दवा खरीदनी चाहिए । यहाँ तक की की किसी सर्जरी के बाद स्वस्थ होने के लिए भी डॉक्टर्स द्वारा 500 mg की ही विटामिन सी की दवाई दी जाती है ।

ऍफ़ डी ए ने कोरोना -19 के उपचार में इस्तमाल में होने वाली दवाओं की कालाबाजरी को रोकने की कार्यवाही शुरू कर दी है और ये भी जानकारी ले रही है की क्या विटामिन सी बनाने वाली फर्म्स और कम्पनिया उन्हें कही ज़्यादा दामों में तो बाजार में नहीं बेच रही है । क्यों की दवाई की कीमत की एक सीमा पहले से ही निश्चित की हुई है । ऍफ़ डी ए ने ख़राब सेनेटाइजर बनाने वाली कंपनियों पर भी एक्शन लिया हैं इस दौरान लाखो की डुप्लीकेट सेनेटाइजर जप्त किये हैं इसके अल्वा मास्क और सेनेटाइजर के लिए ग्राहक से भारी रकम वसूलने वाले वितरणों के खिलाफ भी कार्यवही की जाएगी ।

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